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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में एक तस्वीर शेयर की है, जो एक दुर्लभ घटना को दर्शाती है. जिसमें हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह पृथ्वी (Earth) से एक साथ देखे गए. 'ग्रह परेड' (Planet Parade) 'के रूप में जानी जाने वाली घटना लोगों को बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को देखने की अनुमति देती है. ग्रह परेड एक खगोलीय घटना है जिसके दौरान आकाश में कई ग्रहों को नग्न आंखों से देखा जा सकता है.
इस दृश्य को नासा ने एस्ट्रोनॉमी पिक्चर ऑफ द डे (APOD) के रूप में शेयर किया. 2 जनवरी को पोस्ट की गई 'सूर्यास्त के बाद ग्रह परेड' की तस्वीर में, बृहस्पति, मंगल, शुक्र, शनि और बुध जैसे ग्रहों की एक विस्तृत श्रृंखला को देर शाम बैंगनी आकाश में चमकते हुए देखा जा सकता है.
मंगल, यूरेनस, बृहस्पति, नेप्च्यून, शनि, बुध और शुक्र को एक फ्रेम में चित्रित करते हुए, यह तस्वीर तेजी से वायरल हो गई, जब इंटरनेट यूजर्स ने चमकदार शाम के समय के दृश्य को देखा. दिसंबर 2022 में खगोलशास्त्री और फ़ोटोग्राफ़र Tunc Tezel द्वारा ली गई इस तस्वीर में Altair, Fomalhaut, और Aldebaran जैसे चमकीले सितारे भी दिखाई दिए.
APOD की 2023 की पहली तस्वीर में "हमारे सौर मंडल की सबसे बड़ी चट्टान" को दिखाया गया है, जिसे 1990 में NASA के वोयाजर 1 अंतरिक्ष यान द्वारा ली गई एक तस्वीर के माध्यम से प्रसिद्ध रूप से 'पेल ब्लू डॉट' कहा जाता है.
भारत में प्राचीन समय से लोगों ने आयुर्वेद पर अपना विश्वास दिखाया है। कोरोना काल के बाद से पूरी दुनिया में आयुर्वेद का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है। आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों को बड़ी-बड़ी बीमारियों में रामबाण इलाज माना गया है। ऐसे में साल 2022 में कुछ जड़ी-बूटियों को गूगल पर बहुत ज्यादा सर्च किया गया है। आइए जानते हैं इस साल लोगों ने किन जड़ी बूटियों को गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया।
1. नीम
नीम की करवाहट के बारे में तो हम सभी जानते हैं। लेकिन इसके लाखों फायदे भी हैं, आयुर्वेद में नीम की पत्तियों से लेकर उसके जड़ का भी यूज दवाई के रूप में किया जाता है। साल 2022 में गूगल पर नीम ने बहुत ट्रेंड किया है। नीम की पत्तियों को पीसकर पानी में मिलाकर पीने से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती है। शरीर में निकलने वाले दाने और किसी भी तरह की खुजली को दूर करने के लिए भी नीम एक रामबाण इलाज है। ये स्किन संबंधित समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है।

दालचीनी एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो कई बीमारियों के साथ आपके किचन में सब्जियों के स्वाद को भी बढ़ाता है। दालचीनी का यूज वजन घटाने से लेकर स्किन ने जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी किया जाता है। डायबिटीज के पेशेंट के लिए भी दालचीनी बहुत फायदेमंद है। इस साल भी लोगों ने गूगल पर दालचीनी के बारे में बहुत ज्यादा सर्च किया है।

3. गिलोय
किसी भी तरह के बुखार में गिलोय बहुत फायदेमंद होता है। गिलोय में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी के गुण मौजूद होते हैं, जो हड्डियों में किसी भी तरह के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। गिलोय एक इम्युनिटी बूस्टर के रूप में भी काम करता है।

4. तुलसी
हर हिंदू परिवार के आंगन में तुलसी का पौधा आपको जरूर मिल जाएगा। तुलसी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं। ये आपके स्किन संबंधी समस्याओं को कम करने में भी मदद करता हैं।

5. शहद
वजन घटाने से लेकर ग्लोइंग स्किन के लिए शहद बहुत गुणकारी होता हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। सुबह खाली पेट पानी में शहद मिलाकर पीने से पेट संबंधित समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।

6. ग्रीन टी की पत्तियां
वजन घटाने के लिए इस साल लोगों ने ग्रीन टी की पत्तियों को गूगल पर बहुत सर्च किया है। ग्रीन टी की पत्तियों से बनी चाय पीने से आपका शरीर डिटॉक्स होता है। कई तरह के स्किन प्रॉब्लम से भी आपको बचाने में मदद करता है।

किचन की जान हल्दी कई हेल्थ बेनिफिट्स के लिए भी जाना जाता है। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी के गुण मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को कई बीमारियों से बचा कर रखते हैं।

8. सौंफ
सौंफ को एक माउथ फ्रेशनर के रूप में भी जाना जाता है। सांसों से आने वाली बदबू और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में भी सौंफ काफी कारगर है। वजन घटाने के लिए भी सौंफ का यूज किया जाता है।
भारत में 5G सर्विस लॉन्च होने के बाद से यूजर्स को पहले से तेज इंटरनेट मिलेगा यह बात तो कंफर्म थी। मगर अब हाल ही में आई एक रिपोर्ट से पता चला है कि यूजर्स सुपर फास्ट इंटरनेट स्पीड का आनंद ले रहे हैं। जी हां भारत में 4G की तुलना में 5G यूजर्स तेज स्पीड से इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको बता दें कि 5G पहले ही कई शहरों में पहुंच चुका है और लाखों यूजर्स इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
Airtel को भारत में 5G को लॉन्च किए सिर्फ कुछ ही समय हुआ है। वहीं Reliance Jio बीटा टेस्टिंग कर रहा है और देश में कुछ चुनिंदा यूजर्स 5G नेटवर्क का लाभ उठा पा रहे हैं। नेटवर्क इंटेलिजेंस और इनसाइट्स फर्म Opensignal ने डाटा शेयर किया है कि 1 अक्टूबर से 30 अक्टूबर, 2022 की अवधि के बीच भारत में यूजर्स का 5G एक्सपीरियंस कैसा रहा है।
Opensignal के मुताबिक, 5G नेटवर्क की बदौलत भारत में यूजर्स ने अपने मोबाइल एक्सपीरियंस में जमकर बढ़ोतरी देखी है। ऐसी जानकारी मिली है कि 4G यूजर्स के मुकाबले में 5G यूजर्स को मोबाइल पर औसतन 16.5 गुना तेज स्पीड का लाभ उठा पाए हैं। 5G यूजर्स औसतन 242.1 Mbps की डाउनलोड स्पीड और 4G यूजर्स 14.7 Mbps की स्पीड इस्तेमाल कर पाएं हैं।
अगर अधिकतम 5G और 4G डाउनलोड स्पीड की बात करें तो 4G की 59.5 Mbps स्पीड के मुकाबले में 690.6 Mbps डाउनलोड स्पीड के साथ 5G इंटरनेट 11.6 गुना तेज था। अपलोड स्पीड के मामले में भी 5G, 4G से काफी तेज था। रिपोर्ट में डाटा के मुताबिक, औसत 4G अपलोड स्पीड 3.9 Mbps की तुलना में औसत 5G अपलोड स्पीड 21.2 Mbps थी जो कि 5.4 गुना तेज थी।
इन भारतीय शहरों में उपलब्ध है 5G
Airtel ने भारत के 12 शहरों चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सिलीगुड़ी, दिल्ली, गुवाहाटी, पटना, नागपुर, पानीपत, वाराणसी और गुरुग्राम में 5G लॉन्च किया है। पुणे के एयरपोर्ट पर भी 5G उपलब्ध था, लेकिन अब टेलीकॉम डिपार्टमेंट के एक आदेश के चलते इसे रोक दिया गया है। Jio का 5G बीटा मुंबई, वाराणसी, दिल्ली-एनसीआर, गुजरात (33 डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर), बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे और नाथद्वारा जैसे शहरों में उपलब्ध है। आने वाले हफ्तों और महीनों में अपनी 5G नेटवर्क सर्विस ज्यादा शहरों तक पहुंचने की उम्मीद है।
आरुषि की उम्र अभी 6 साल की है, अपनी मां को खोने के बाद वह भावनात्मक उतार -चढ़ाव से गुजर रही है। किसी भी छोटी बात पर रोना और दुखी रहना मानो उसकी आदत में शामिल हो गया है। उसके आस-पास के लोगों का कहना है कि आरुषि को एक मां की जरूरत है और इसलिए उसके पापा को उसके लिए नई मां लानी ही चाहिए। आरुषि के पापा इससे कुछ हद तक राजी हैं क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनकी बेटी सौतेली मां के नाम से ही दुखी हो जाए, सौतेली मां को अपनाना तो दूर की बात है।
यह सच नहीं है कि हर सौतेली मां या सौतेला पिता खराब ही हो और सौतेले बच्चे से प्यार न करे। इस सोच के पीछे हिन्दी फिल्मों का फितूर भी है। यह जरूर है कि पहले से बनी इसी फैमिली में अपनी जगह बनाना चुनौतीपूर्ण जरूर है और बच्चों के लिए तो प्रिया खासतौर पर परेशान कर देने वाला है। किसी ने व्यक्ति के परिवार में प्रवेश करने से उनके अंदर गुस्सा भर सकता है जिसे कम करना सबसे ज्यादा और पहले जरूरी है। ऐसे में सौतेली मां सौतेली पिता की भूमिका बहुत कष्टकारी और महत्वपूर्ण हो जाती है। लेकिन समय धैर्य और कोशिश के बाद सौतेले बच्चे के साथ भावनात्मक रिश्ते को कायम किया जा सकता है। आज ब्लॉग में जानते हैं कि किस तरह कुछ उपायों को आजमाकर सौतेली मां या सौतेले पिता बच्चे के साथ भावनात्मक रिश्ता कायम किया जा सकता है।
बच्चे को करने दें नेतृत्व
अकेले का समय
एक बार जब सौतेली मां या सौतेली पिता बच्चे को समझ लेते हैं, तो अगला कदम अकेले में समय बिताने का है। इसके लिए कहीं घूमने भी जाया जा सकता है या ऐसी एक्टिविटी का चुनाव किया जा सकता है, जहां दोनों को जबरन बात करने की जरूरत ना पड़े। ऐसे में यह ध्यान रखना जरूरी है कि आउटिंग लोकल और बजट फ्रेंडली हो ताकि बच्चे की उम्मीद बहुत ज्यादा ना बढ़ जाए।
उसकी रुचि में मदद
यह कहना जितना आसान है, करना उतना ही ज्यादा मुश्किल। लेकिन यह एक बेहतरीन तरीका है, जिससे सौतेली मां या सौतेले पिता बच्चे के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत कर सकते हैं।बच्चे के होमवर्क में मदद की जा सकती है, यदि स्कूल में वह किसी गतिविधि में हिस्सा ले रहा है, तो उसे देखकर बच्चे को बाद में कंपलीमेंट्स दिए जा सकते हैं। यदि आप चाहें तो उसके शौक को पूरा करने में उसकी मदद कर सकते हैं।
अपनी जगह बनाएं
एक सौतेली मां या सौतेले पिता की तरह यह आपका फर्ज बनता है कि आप बच्चे को या महसूस कराएं कि आप उसकी मां या उसके पिता की जगह नहीं लेना चाहते हैं। यदि बच्चे के मन में ऐसी बात आ गई, तो इससे उसकी भावनात्मक अवस्था पर विपरीत असर पड़ता है। उसे गुस्सा आ सकता है और गुस्सा सबके लिए खतरनाक है। इसलिए बेहतर तो यह होगा कि आप बच्चे से स्पष्ट तौर पर बात करें और उसे बताएं कि आप कभी भी उसके जन्मजात माता या पिता की जगह नहीं लेना चाहते हैं बल्कि अपनी अलग जगह बनाना चाहते हैं।
पार्टनर के साथ योजना
आप एक नए परिवार में शामिल हुए हैं, तो जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को बताएं कि आप बच्चे के साथ किस तरह का रिश्ता बनाना चाहते हैं। यह जरूरी है कि आपका पार्टनर अपने बच्चे की जरूरतों को पूरा करने में अपने एक कदम पीछे करे ताकि आप प्राकृतिक तौर पर बच्चे के साथ जुड़ पाएं। उदाहरण के लिए उसके होमवर्क में मदद करना, स्कूल लेने चले जाना।
एक सौतेली मां या सौतेले पिता के लिए यह प्राकृतिक है कि उन्हें बच्चे के साथ तुरंत जुड़ाव महसूस नहीं होगा। बच्च एक एलिए भी यह कष्ट भरा दौर है, जिसमें उसे अपने घर और परिवार में नए व्यक्ति को जगह देनी है। ऐसे में बेहतर तो यह होगा कि दोस्त बनकर इस रिश्ते को आगे बढ़ाने की शुरुआत की जाए।