Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
खास बातें
Kitchen Hacks: फलों का राजा आम स्वाद में मीठा और कभी-कभी खट्टा भी होता है. यूं तो कच्चे आमों में खट्टापन सभी को अच्छा लगता है लेकिन पके हुए (Ripe Mangoes) खट्टे आम आमतौर पर खाने में अच्छे नहीं लगते और बस मन खराब होकर रह जाता है. ऐसे में आम (Mango) खरीदते वक्त यह ध्यान रखने की जरूरत होती है कि जो आम आप खरीद रहे हैं वो काटने के बाद भी उतने ही रसभरे और मीठे (Sweet Mangoes) निकलें. लेकिन, क्या आम देखने और छूने भर से ही उनके खट्टे या मीठे होने का पता लगाया जा सकता है? जवाब है हां. ऐसे कुछ ट्रिक्स हैं जो अच्छे आम चुनने में आपकी मदद कर सकते हैं.
अच्छे आम चुनने के ट्रिक्स
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
खास बातें
साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई 2022, यानि आज लगने वाला है. यह चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. जब चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है तो चंद्र ग्रहण की घटना होती है. इस अवस्था में पृथ्वी की छाया चंद्रमा की रोशनी को ढक लेती है. आज लगने वाले चंद्र ग्रहण को बल्ड मून का नाम दिया जा रहा है. ग्रहण से जुड़े कई मिथक प्रचलित हैं. आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण से जुड़े खास मिथक और ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए.
ग्रहण के दौरान भोजन करने की है मनाही
चंद्र ग्रहण हो या सूर्य ग्रहण इसकी अवधि में भोजन करने की मनाही होती है. मान्यता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, इसलिए भोजन करने से परहेज करना चाहिए. हालांकि बीमार लोग और बच्चे इस दौरान हल्का नास्ता कर सकते हैं.
ग्रहण के दौरान ना करें स्नान
धार्मिक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान स्नान नहीं करना चाहिए. दरअसल ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान स्नान करने से स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. इसलिए ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करने के लिए कह जाता है. ग्रहण की समाप्ति के बाद पानी में गंगाजल या तुलसी के पत्ते मिलाकर स्नान करने के लिए कहा जाता है.
ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए
ग्रहण के दौरान सोना निषेध माना गया है. मान्यता है कि इस दौरान सोने से ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा शरीर को प्रभावित कर सकती है.
चोट से बचना चाहिए
मान्यता है कि ग्रहण के दौरान चोट लगने से घाव ठीक होने की प्रक्रिया धीमी होती है. ऐसे में ग्रहण के दौरान शरीर को बिलकुल सुरक्षित रखने की सलाह दी जाती है.
नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए चंद्रमा
ग्रहण के दौरान नंगी आंखों से चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से आंखों पर विपरीत प्रभाव पड़ सकत है. हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी उपकरण की जरुरत नहीं है. हालांकि दूरबीन से देखा जा सकता है.
गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक माना जाता है ग्रहण
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए मना किया जाता है. दरअसल मान्यता है कि ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा गर्भस्थ शिशु पर नकारात्मक असर डाल सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.
छिपकली किसी को भी पसंद नहीं होती है, और न ही किसी को अपने घर में छिपकलियों का डेरा पसंद होता है. कई लोग छिपकली से डरते हैं और उसे अपने घर से भगाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, कोई झाड़ू या चप्पलों का सहारा लेता है तो कोई महंगी-महंगी दवाइयों से छिपकली को भगाने की कोशिश करता है, इसके बावजूद भी छिपकली आसानी से आपका घर नहीं छोड़ती है, लेकिन आप कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर छिपकली से छुटकारा पा सकते हैं. आइए जानते है क्या है छिपकलियों से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खे.
छिपकली भगाने के घरेलू उपाय
अंडे का छिलका-
एक अंडा खरीदने में आपको केवल 5 से 6 रूपए खर्च करने होंगे, अंडे के छिलकों को उन स्थानों पर रख दें जहां से छिपकली आती है या फिर बार बार जहां आप छिपकली को देखते हैं. अंडों के छिलकों से एक तरह की गंध निकलती है जो छिपकलियों को दूर भगाने में काफी कारगर साबित होती है.
प्याज और लहसुन-
कच्चा कटा हुआ प्याज और लहसुन की एक कली को उस स्थान पर रख दें जहां छिपकली सबसे ज्यादा दिखाई देती हो, इसके अलावा घर के अलग-अलग कोनों में भी प्याज और लहसुन की कली रख दें. छिपकलियों को लहसुन और प्याज की तेज गंध सहन नहीं होती है और छिपकली इनसे दूर ही रहती है.
काली मिर्च का स्प्रे-
काली खड़ी मिर्च या इसके पाउडर से भी छिपकलियों को भगाया जा सकता है, अगर खड़ी काली मिर्च है तो उसका पाउडर बनाना होगा और उसे पानी में मिलाकर रखना होगा, इस घोल को एक दिन तक ऐसे ही रहने दें और उसके बाद किसी स्प्रे बॉटल में भरकर इसका छिड़काव करें. छिपकली भगाने में ये स्प्रे काफी मददगार साबित होगा.
मोरपंख-
मोरपंख भी एक तरह से छिपकलियों के दुश्मन होते हैं. दरअसल मोर छिपकलियों को खाते हैं, और यही वजह है कि, मोर पंख की स्मेल से ही छिपकलियां दूर भाग जाती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.
हमारे घरों में सिलेंडर का बहुत अहम रोल होता है, और यदि किसी ख़ास मौके पर सिलेंडर खत्म हो जाए तो बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात में ही कभी खाना बनाने के बीच अगर सिलेंडर में गैस खत्म हो जाए तो उस दिन आधे पेट खाकर ही रात गुजारनी पड़ती है। जिन घरों में सिंगल गैस सिलेंडर होते हैं वहां अचानक गैस खत्म होने से होने वाली परेशानियां आम- सी हो जाती हैं। सिलेंडर को उठाकर पता लगाने की कोशिश की जाती है या गैस की लौ को देखकर अंदाज़ा लगाया जाता है कि सिलेंडर खत्म होने वाला है। लेकिन आज हम इन समस्याओं का एक आसान सा उपाय लायें हैं। इस उपाय के ज़रिए आप ये पता लगा सकते हैं कि सिलेंडर में कितनी गैस बची है और फिर उसी के अनुसार पहले से सिलेंडर बुकिंग करके रख सकते हैं।
गीले तौलिए से पता लगाएं कितनी बची है गैस
एक गीला तौलिया/कपड़ा लें और उसे सिलिंडर के चारों और लपेट दें। कुछ समय बाद जब सिलेंडर बाहर से गीला हो जाए तब उस कपड़े को हटायें। कुछ सेकंड्स के बाद आपको ध्यान से देखने पर यह पता चलेगा कि सिलेंडर का कुछ हिस्सा बहुत जल्दी सूखने लगा है। हल्के सूखे हिस्से तक की गैस खत्म हो चुकी होगी और गीले हिस्से में ही गैस बची होगी।
ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सिलेंडर का खाली हिस्सा गर्म होता है इसलिए बाहर से भी वो सूखने लगता है। वहीं जिस हिस्से में लिक्विड गैस भरी रहती है वो हिस्सा अपेक्षाकृत कम गर्म रहता है जिसके कारण वह बाहर से गीला दिखेगा। इस तरीके से यह पता लगाया जा सकता है कि सिलेंडर के किस हिस्से तक गैस बची है।