Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
आपका बेडरूम वो स्थान है जहां आप आराम कर सकते हैं, लेकिन अगर कोई एलर्जी से पीड़ित है तो उसे अपने घर के बेडरूम की सफाई को लेकर खासा ध्यान देना होगा। आपको बगीचे में घूमना, साइकिल चलाना, पूरे शहर में रोमांच का आनंद लेना पसंद है लेकिन अगर आप एलर्जी से पीड़ित हैं, तो इस मौसम को गंभीरता से लेना पड़ सकता है। धूल, मोल्ड, और पालतू जानवरों की रूसी ये सब आपके लिए नुकसानदायक होती है। लेकिन इस सबस से पहले आपको अपना घर एलर्जी-प्रूफ करना होगा। जिसमें अपने बेडरूम को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी।
धूल के कण खलनायक हैं-
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा 2017 में किए गए इनडोर एलर्जेन सिसर्च में पाया गया कि 90% से अधिक बेडरूम में तीन या अधिक पता लगाने योग्य एलर्जेंस हैं, और 73% में ऊंचे स्तर पर कम से कम एक एलर्जेन है। इसमें मेन खलनायक धूल के कण हैं।
इनसे छुटकारा पाने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं:
तकिए, कम्फर्ट, गद्दे और बॉक्स स्प्रिंग पर डस्ट-माइट-प्रूफ कवर लगाएं।
अपने कंबल, चादरें और तकिए को हर हफ्ते कम से कम 130 एफ पानी में धोएं। गर्म ड्रायर में सब कुछ सुखाएं।
नियमित रूप से वैक्यूम करें
धूल के कण के लिए कालीन एक लोकप्रिय प्लेस है। इसे अपने बेडरूम में लकड़ी के फर्श या लिनोलियम और धोने योग्य क्षेत्र के बदलने के बारें में सोचें।
लो-नैप या लो-पाइल प्रकार चुनें, जिसमें कम एलर्जी हो।
हर हफ्ते एक फिल्टर और एक डबल बैग के साथ वैक्यूम का यूज करके इसे साफ करें। वैक्यूम करते समय डस्ट मास्क पहनें ताकि आप हवा में तैरने वाली धूल को अंदर न लें।
घर का काम दिन में करें, शाम को नहीं, इसलिए सोने से पहले धूल को जमने में कुछ घंटे लगते हैं।
ब्लाइंड्स और भारी, ड्राई-क्लीन-ओनली ड्रेप्स जैसे धूल पकड़ने वालों को अलविदा कहें। इसके बजाय धोने योग्य पर्दे और रोलर शेड्स आज़माएं।
मोल्ड और फफूंदी को रोकने के लिए खिड़की के फ्रेम और कांच को नियमित रूप से पोंछें।
अगर आपको एलर्जी या अस्थमा है तो दोनों ऊपरी सांस की प्रॉबलम को ट्रिगर कर सकते हैं।
अपने शयनकक्ष को व्यवस्थित करें
बेहतर सांस लेने के लिए चीजों को ईजी रखें। कमरे में जितनी कम अपहोल्स्ट्री हो, उतना अच्छा है।
पुस्तकों, पत्रिकाओं और सजावटी वस्तुओं को दूसरे कमरे में ले जाएं, ताकि आप कम धूल उड़ा सकें।
धूल के कण और मोल्ड एक गर्म, नम कमरे की तरह, लेकिन आप शायद नहीं करते हैं।
जब यह गर्म हो, तो अपने एयर कंडीशनर का उपयोग करें, भले ही आप बाहरी हवा से ललचाएं।
अगर आप पसीने वाले मौसम में रहते हैं, तो ह्यिडिटी को 30% से 50% तक बनाए रखने के लिए एक dehumidifier का उपयोग करें।
गर्मी कम करें या एसी चालू करें। धूल के कण 77 F से नीचे के तापमान पर भी प्रजनन नहीं कर सकते।
विशेष रूप से खिड़कियों के पास मोल्ड या फफूंदी के संकेतों के लिए गलीचे से ढंकना की जांच करें।
हैम्पर में गीले या पसीने से तर कपड़े न छोड़ें। यह मोल्ड के लिए एक आदर्श प्रजनन स्थल है। हर दिन हैम्पर खाली करें
यूनिलीवर ने हाल ही में बेंजीन के बारे में चिंताओं के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका में बेचे जाने वाले 19 लोकप्रिय ड्राई शैम्पू एरोसोल प्रोडक्ट्स को वापस लेने की घोषणा की है। एक कैमिकल बेंजीन, जो कैंसर का कारण बनता है। यूनिलीवर ने ये जानने के बाद इसे वापस लेने का आदेश दिया है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने अपनी वेबसाइट पर इस संबंध में एक नोटिस पोस्ट किया है। जिसमें रॉकहॉलिक और बेड हेड ड्राई शैम्पू ब्रांड, नेक्सस, सुवे, ट्रेसेम और टिगी भी रिकॉल में शामिल हैं।
ड्राई शैंपू से कैंसर का खतरा
ब्लूमबर्ग के अनुसार, अक्टूबर 2021 से पहले बनें प्रोडक्ट्स को यूनिलीवर के रिकॉल किया है। मई 2021 में, न्यू हेवन, कनेक्टिकट में अपने हेडक्वाटर संग वैलिसुर नामक एक एनालिटिकल कंपनी ने कई वस्तुओं में बेंजीन की उपस्थिति की खोज की। इस खोज के बाद जॉनसन एंड जॉनसन, एडगेवेल द्वारा बनाए गए कई एयरोसोल सनस्क्रीन रिकॉल किए गए। यूनिलीवर के रिकॉल के अलावा, पिछले 18 महीनों में जॉनसन एंड जॉनसन की न्यूट्रोगेना, एडजवेल पर्सनल केयर कंपनी की बनाना बोट और बीयर्सडॉर्फ एजी के कॉपरटोन जैसे कई अन्य समान उत्पादों को वापस बुलाया गया है।
यूनिलीवर ने कहा कि वह उत्पादों को "बहुत सावधानी से" खींच रहा है और कंपनी को अभी तक रिकॉल से संबंधित प्रतिकूल घटना की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।
प्रभावित उत्पादों की सूची में शामिल हैं:
डव
डव ड्राई शैम्पू वॉल्यूम और सुस्ती
डव ड्राई शैम्पू फ्रेश कोकोनट
डव ड्राई शैम्पू फ्रेश एंड फ्लोरल
डव ड्राई शैम्पू अल्ट्रा क्लीन
डव ड्राई शैम्पू अदृश्य
डव ड्राई शैम्पू Detox and Purify
डव ड्राई शैम्पू क्लेरिफाइंग चारकोल
डव ड्राई शैम्पू गो एक्टिव
नेक्सस
नेक्सस ड्राई शैम्पू रिफ्रेशिंग मिस्ट
नेक्सस इनर्जी फोम शैम्पू
सुवे
सुवे ड्राई शैम्पू हेयर रिफ्रेशर
सुवे प्रोफेशनल्स ड्राई शैम्पू रिफ्रेश और रिवाइव
ट्रेससेमे
TRESemmé ड्राई शैम्पू वॉल्यूमाइज़िंग
TRESemmé ड्राई शैम्पू ताजा और साफ
ट्रेसेमे प्रो प्योर ड्राई शैम्पू
बेड हेड
बेड हेड ओह बी हाइव ड्राई शैम्पू
बेड हेड ओह बी हाइव वॉल्यूमाइजिंग ड्राई शैम्पू
बेड हेड डर्टी सीक्रेट ड्राई शैम्पू
प्रभावित उत्पादों की लिस्ट
रॉकहोलिक
बेड हेड रॉकहोलिक डर्टी सीक्रेट ड्राई शैम्पू
यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की जानकारी के साथ रिकॉल किया जा रहा है।
दिवाली को लेकर बच्चों के बीच उत्साह शुरू हो गया है। जहां लोग अपने घरों की सफाई, खरीदारी करने में लगे हैं, तो वहीं बच्चों के अंदर पटाखे फोड़ने को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। दिवाली के दिन बच्चे पटाखों और मोमबत्तियों के आस-पास रहते हैं। जिसके कारण उनकी सुरक्षा को लेकर पेरेट्स बहुत परेशान रहते हैं। दिवाली के समय बच्चों के चोट लगने और जलने की कई खबरें सामने आती हैं। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल के जरिए आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप दिवाली के दिन बच्चों की मस्ती में बिना कोई बाधा डाले उनकी सेफ्टी का ध्यान रख पाएंगे।
बच्चों के लिए चुनें सही कपड़े
दिवाली के दिन हर कोई अपने बच्चों के लिए अच्छे से अच्छे कपड़े लेकर आते हैं। लेकिन दिवाली के दिन हर जगह दीए, मोमब्बती, पटाखे होते हैं। ऐसे में अपने बच्चों को ढीले या फ्लेयर वाले कपड़े पहनाने से बचें। लटकते कपड़ें भी न पहनाएं। ऐसे कपड़ों में आग आसानी से लग सकती हैं। छोटे बच्चों को जूते जरूर पहनाएं। ताकी कोई जलता हुऐ पटाखा या चिगारी उनके पैरों को नुकसान न पहुंचा सकें।
छोटे बच्चे बहुत ज्यादा जिज्ञासु होते हैं। जिस कारण बहुत मुश्किल से एक जगह बैठ पात हैं। छोटे बच्चे हर नई चीज के पीछे भागना पसंद करते हैं। चीजों के पीछे भागने वाले बच्चे आंखों के सामने से बहुत आराम से गायब हो जाते हैं। ऐसे में दिवाली के दिन बच्चों का ज्यादा ध्यान रखन पड़का है। दिवाली के दिन आप बच्चे की छोटी-छोटी गतिविधियों पर नजर रखें। बच्चा जलने वाले किसी भी चीज के संपर्क में ना आए। अपने बच्चों को सुरक्षित रखना है, तो दीए, मोमब्बती, माचिस, पटाखों को उनसे दूर रखें। ताकि वो खुद को किसी तरह का नुकसान न पहुंचा पाएं।
दीए और मोमबत्ती कैसे जलाएं
दिवाली के दिन बच्चों को आपके साथ घर को सजाने, दीए और मोमब्बती जलाने में काफी इंट्रेस्ट हो सकता है। ऐसे में आप बच्चों को दीया या मोमब्बती जलाने से रोके। लेकिन अगर बच्चा दीए और मोमब्बती जलाने की जिद करता है तो आप उन्हें माचिस की जगह एक मोमब्बती जलाकर बाकी दीए और मोमब्बती जलाने के लिए दे सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे आप अपनी नजर उनपर बनाए रखें।
दिवाली के दिन घर के बाहर पटाखों की वजह से काफी पॉलुशन हो जाता है, जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए बच्चों को घर के बाहर ज्यादा समय न बिताने दें। धुएं के संपर्क में आने और पटाखों के शोर से उन्हें बचाकर रखना चाहिए। छोटे बच्चों के कान बहुत नाजुक होते हैं, तेज आवाज के कारण उनके कानों को भी नुकसान हो सकता है। अगर आप चाहे तो अपने बच्चो को धुएं और शोर से बचाने के लिए हल्के ईयरमफ और फेस मास्क भी पहना सकते हैं।
पटाखे जलाते वक्त रखें इन बातों का ध्यान
छोटे बच्चे अगर पटाखे जला रहे हैं, तो आप उनके साथ मौजूद रहे। उनके लिए छोटे पटाखें चुनें। बड़े या ज्यादा शोर करने वाले पटाखों को बच्चों से दूर रखें। पटाखे जलाते समय अपने आस-पास एक बाल्टी पानी भरकर रख लें। ताकि फुलझड़ी जलाने के बाद उसकी डंडी उसमें डाल सकें। अपने पास फस्ट एड बॉक्स भी जरूर रखें। ताकि किसी भी तरह की घटना होने पर तुरंत प्राथमिक उपचार किया जा सकें।
वैज्ञानिक सवान्ते पाबो (Svante Paabo) ने साल 2022 के लिए मेडिसिन (Medicine) का नोबल पुरस्कार (Nobel) जीता है. यह पुरस्कार उनकी खोज "कंसर्निंग द जीनोम ऑफ एक्सटिंक्ट होमिनिंस एंड ह्यूमन इवॉल्यूशन" (concerning the genomes of extinct hominins and human evolution) के लिए दिया गया है. यह पुरस्कार विज्ञान की दुनिया के सबसे अहम पुरस्कारों में से एक है. रॉयटर्स के अनुसार, यह पुरस्कार स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट की नोबल असेंबली द्वारा दिया जाता है. इसमें करीब 10 मिलियन स्वीडिश क्राउन्स या कहें कि 9 साल डॉलर का ($900,357) अवॉर्ड मिलता है. यह इस साल के नोबल पुरस्कारों की पहली घोषणा है.
सवांते पाबो ने किया असंभव सा काम
नोबल प्राइज़ ऑर्गनाइज़ेश के अनुसार, सवांते पाबो ने लगभग असंभव काम किया है. उन्होंने फिलहाल लुप्त हो चुकी आज के इंसानों की पूर्वज प्रजाति निएंडरथल (Neanderthal) के जीनोम की सीक्वेंसिंग की. इतना ही नहीं, उन्होंने इंसानों के एक ऐसे पूर्वज को खोज निकाला जिससे हम पहले अंजान थे. इसका नाम है डेनीसोवा ( Denisova). खास तौर से पाबो ने यह भी पाया कि अफ्रीका से 70,000 साल पहले हुए प्रवास के कारण आज के मानव या कहें कि होमो सेपिएंस (Homo sapiens ) में लुप्त हो चुके पूर्वजों से जीन ट्रांसफर हुए. इंसानों में जीन्स के इन प्रसार की काफी अहमियात है. जैसे कि इससे निर्धारित होता है कि हमारा इम्यून सिस्टम कैसे संक्रमणों पर प्रतिक्रिया देता है.
नोबल पुरस्कार स्वीडन के डाइनामाइट इनवेस्टर और अमीर व्यापारी अल्फ्रेड नोबल की वसीयत के अनुसार दिया जाता है. यह पुरस्कार विज्ञान, लेखन और शांति के क्षेत्रों में 1901 से दिये जाते हैं. इकॉनमिक्स के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार बाद में दिये जाने लगे.
कोविड-19 ने एक बार फिर मेडिकल रिसर्च को केंद्र में रख दिया है और कई यह उम्मीद कर रहे हैं कि वैक्सीन आ जाने के बाद दुनिया के फिर से सामान्य हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं.
फिर भी आम तौर पर किसी रिसर्च को सम्मानित होने में कई साल लगते हैं. पुरस्कार के लिए चुनने वाली कमिटी विजेताओं और उनके शोध की पूरी जांच पड़ताल करती है.
इस साल दो साल की महामारी के बाद एक बार फिर से नोबल पुस्कार अपनी चमक वापस पा सकेंगे. पिछले साल मेडिसिन के क्षेत्र में अमेरिकी डेविड जूलियस और एड्रियन को यह नोबल पुरस्कार दिए गए थे. उन्होंने इंसानी त्वचा में तापमान, छु्अन का पता लगाने वाले रिसेप्टर का पता लगाया था जिससे हमारा नर्वस सिस्टम जुड़ा होता है.