Owner/Director : Anita Khare
Contact No. : 9009991052
Sampadak : Shashank Khare
Contact No. : 7987354738
Raipur C.G. 492007
City Office : In Front of Raj Talkies, Block B1, 2nd Floor, Bombey Market GE Road, Raipur C.G. 492001
ठंड का मौसम शुरु होते ही आफ्टर कोविड के रिएक्शन नजर आने लगे हैं। सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी, फेफड़ों में जकड़न, हड्डियों के जोड़ों में दर्द, आंखों में जलन, बाल झड़ना, चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण कोरोना संक्रमण से गुजरे लोगों को नजर आने लगे हैं। सबसे अहम बात है कि लोगों का इन बीमारियों के इलाज के लिए अब एलोपैथी के बजाय आयुर्वेद पर भरोसा बढ़ गया है। लोग इस तरह की बीमारियों के इलाज के लिए जिला आयुष अस्पताल सहित वैद्यों के पास इलाज कराने पहुंच रहे हैं। बीते कुछ समय से आयुष अस्पतालों की ओपीडी में एकदम से इजाफा हुआ है।
Corona काल में अमूमन हर दूसरे घर में कोरोना से बचाव, सर्दी-जुकाम, खांसी सहित अन्य बीमारियों के लिए आयुर्वेद के नुस्खे अपनाए गए थे। कोरोना व इसके लक्षणों ने आम परिवारों को किचिन में मौजूद आयुर्वेद से जुड़ी सामग्री और उनके बीमारियों में उपयोग की तरफ मोड़ा था। यह सकारात्मकता अब आफ्टर कोविड की समस्याओं का इलाज कराने के लिए आयुष अस्पतालों की ओपीडी में भी देखने को मिल रही है। बता दें कि सागर जिला आयुष अस्पताल में पूर्व की तुलना में दोगुने मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। काफी मरीज ऐसे हैं जो पतंजलि क्लीनिक या अपने इलाकों में आयुष डॉक्टरों और वैद्यराज के पास पहुंच रहे हैं। इनकी संख्या काफी ज्यादा है।
कोविड के दौरान और बाद में लोगों का आयुर्वेद पर भरोसा बड़ा है। पोस्ट कोविड वाले कई सारे मरीज हमारे अस्पताल में इलाज कराने आ रहे हैं। पूर्व की अपेक्षा ओपीडी भी लगभग दोगुनी हो गई है।
- डॉ. जोगिंदर सिंह, चिकित्सा अधिकारी, जिला आयुष अस्पताल सागर।
किसी भी शादी, पार्टी, या इवेंट में जाने के लिए आप एक परफेक्ट लुक कैरी करना पसंद करते हैं। जितना समय आपको बेस्ट आउटफिट को चुनने में लगता है। उतना ही समय कई लोग परफ्यूम चुनने में भी लगता है। लेकिन क्या आपको पता हैं, हर परफ्यूम अपकी फिलिंग्स को बयां करते है। इतना ही नहीं परफ्यूम आपके मूड को भी फ्रेश रखने में मदद करता है। इसलिए आउटफिट के साथ आपके स्पेशल डे के लिए परफ्यूम का सलेक्शन भी बहुत जरूरी हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी अपने परफ्यूम को लेकर कंफ्यूज हो रहे हैं तो हम आपके पार्टी, डेट, इवेंट हर स्पेशल डे के मुताबिक अपने परफ्यूट को चुन सकते हैं।
ऑफिस मिटिंग में आपको सामने वाले पर अपने काम के साथ अपने व्यवहार और कॉन्फिडेंस को दिखाने का अच्छा समय होता है। ऐसे में आप लाइट फ्रेग्रेंस को चुनें। जो आपके पर्सनेलिटी पर अलग छाप डालता है। आपकी फ्रेग्रेंस लोगों पर आपको लेकर एक अलग इम्प्रेशन छोड़ता है। लाइट और न्यूट्रल परफ्यूम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। ताकि हार्ड परफ्यूम से आपके आस-पास के लोगों को किसी तरह की परेशानी ना हो।
वेडिंग में हर कोई सबसे यूनिक और एक्ट्रैक्टिव दिखना चाहते हैं। सभी चाहते हैं कि जब वो किसी के साइड से गुजरे तो लोगों की नजर उनसे हटे ना। वेडिंग पार्टी के लिए आप ऐसे परफ्यूम को चुनें, जिसे लगाने के बाद लोग आपको मुड़-मुड़ कर देखने पर मजबूर हो जाएं। शादी के लिए आप गुलाब, वेनिला जैसे एक्ट्रेक्टिव परफ्यूम फ्रेग्रेंस को चुन सकते हैं।
लोग अक्सर गिफ्ट देने के लिए परफ्यूम को चनते हैं। लेकिन इसे लेते समय आप कन्फ्यूज हो जाते हैं। परफ्यूम तो सभी लोगों को पसंद होता है। लेकिन फ्रेग्रेंस की पसंद सबकी अलग होती है। ऐसे में आप गिफ्ट देने के लिए ऐसा परफ्यूम चुने जो लोंग लास्टिंग हो। ऐसा परफ्यूम मिलने पर लोग काफी खुश हो जाते हैं।
डेट नाइट
अगर आप डेट पर जाने की सोच रहे हैं तो इसदिन आप अपने पर्टनर को बेस्ट वर्जन दिखा सकते हैं। जिसके लिए जरूरी है कि आप अपने लिए बेस्ट परफ्यूम चुनें।अपनी डेट के लिए आप ऐसा परफ्यूम चुनें जिसकी खुशबू सामने वाले को आपकी ओर आसानी से आकर्षित करें। अगर आप के बॉडी से अच्छी खुशबू आएगी तो आपका कॉन्फिडेंस भी काफी गेन होगा। साथ ही आप नर्वेस भी नहीं होंगे। इस दिन के लिए आप स्वीट, वुडी, स्पाइसी फ्रेग्रेंस चुनें।
नाईट आउट
अक्सर हम अपने दोस्तों या फैमिली के साथ नाईट आउट पर जाना पसंद करते हैं। ऐसी स्थिति में आप ऐसा परफ्यूम चुनें जो आपके आस-पास की हवा को भी मदहोश कर दें। हनी, चॉकलेट और वनीला परफ्यूम की फ्रेग्रेंस नाईट आउट के लिए बेस्ट ऑप्शन है। इन परफ्यूम की खुशबू काफी स्ट्रोंग होती है। जो पूरी रात आपका साथ देती है।
धूम्रपान हेल्थ के लिए नुकसानदायक होता है। जिसका सबूत सिगरेट के हर डिब्बे पर लिखी चेतावनी है। सिगरेट पीना हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारण है। यह समय से पहले आपके उम्र को बढ़ाने का काम करता है। लगातार शराब पीने से भी स्किन पर झुरियां पड़ जाती है। जिसके कारण आप समय से पहले ही बुढ़े दिखने लगते हैं।
अनहेल्दी फूड और चीनी
हमारी डाइट हमारे हेल्थ पर असर डालता है। जैसा खाना हम खाते हैं, हमारे हेल्थ भी वैसा ही रहता है। अगर आप सोच रहे हैं कि अनहेल्दी फूड खाने से आपके हेल्थ पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो आप गलत हैं। अनहेल्दी फूड आपके उम्र पर गलत प्रभाव डालता है। ज्यादा चीनी का सेवन करना भी आपको जल्दी बूढ़ा बना देती है।
सोने की पॉजिशन
ज्यादातर लोग अपने सोने की पॉजिशन के बारे में नहीं सोचे। जहां जैसे उन्हें सोना कम्फर्ट लगता है वो सो जाते हैं। लेकिन सोने के तरीके का आपके हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक करवट लेकर सोने वालों के फेश पर झुड़ियां जल्दी पड़ सकती है। ऐसे में आपको स्ट्रेट सोने की कोशिश करनी चाहिए।
धूप में निकलना आपके हेल्दी स्किन के लिए हानिकारक है। लंबे समय तक धूप में रहने से आपके स्किन पर झुर्रियां पड़ सकती है। धूप में रहने वालों की उम्र बढ़ने में 8 प्रतिशत तेजी आती है। सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें झुर्रियों, सैगिंग, पिगमेंटेशन और स्किन पर रूखेपन का कारण बन सकती है। इन चीजों से बचने के लिए आप धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं। ऐसे में अगर आप बढ़ती उम्र को रोकना चाहते हैं तो धूप में ज्यादा निकलने से बचें, और सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
ठंड का मौसम न्यू मदर्स और उनके बेबीज के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण है। सर्दियों के दौरान, तापमान में गिरावट की वजह से आपके नन्हे की इम्यूनिटी पॉवर कम होने के चासेंज होते हैं। इसलिए नई माओं को अपने आप को इनफेंक्शन से बचाना काफी जरूरी हो जाता है। इसलिए स्तनपान कराने वाली माओं को इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि उनका स्वास्थ्य ब्रेस्टफीडिंग को प्रभावित कर सकता है।
सर्दी से बीमार और ब्रेस्टफीडिंग को मैनेज करने के टिप्स
अगर न्यू मदर को किसी बीमारी की वजह से कोई दवाई लेनी पड़ रही है तो सुनिश्चित करें कि डॉक्टर ब्रेस्टफीडिंग के लिए सुरक्षित दवा दें। अगर आप मेडिकल स्टोर से से कोई दवा खरीद रहे हैं, तो फार्मासिस्ट से ये जरूर पूछे कि और चेक करें कि दवा बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं।
सर्दी से बीमार और ब्रेस्टफीडिंग को मैनेज करने के टिप्स
सबसे महत्वपूर्ण है कि नई मां अपनी अच्छी तरह से देखभाल करे। हेल्दी प्रेक्टिस काफी जरूरी है। बार-बार हाथ धोना, खांसने या छींकने से बच्चे को दूर रखना और भरपूर आराम करना।
नन्हे मासूम को न्यू मदर के ब्रेस्ट तक पहुंचने के लिए जैकेट या स्वेटशर्ट को हटाने से मां को ठंडे सर्दियों के तापमान का सामना करना पड़ता है। मां द्वारा अपने कपड़े पहनने या लंबी स्लीव्स के नर्सिंग टॉप, ज़िप-अप स्वेटशर्ट, या पहनने के लिए बटन-अप स्वेटर चुनने से समय कम किया जा सकता है। अपने नन्हे-मुन्ने को स्वैडलिंग कंबल, लंबी स्लीव के स्लीपर या स्लीप की ड्रेस, और हल्के जैकेट में गर्म रखा जा सकता है।
सर्दी से बीमार और ब्रेस्टफीडिंग को मैनेज करने के टिप्स
बच्चे और पेरेंट्स के बीच बॉन्डिंग को बढ़ावा देने के लिए स्किन से स्किन का संपर्क, स्तनपान की सुविधा और बच्चे के तापमान को कंट्रोल करने के लिए बच्चे को अपनी मां के प्यार भरे आलिंगन में गर्म और आरामदायक रखने के लिए पूरे सर्दियों में जारी रखा जाना चाहिए।
कुछ माओं को सर्दियों के महीनों के दौरान क्लॉग डक्ट की शिकायत हो जाती है। ये सख्त ठंडे मौसम में पहने जाने वाले कपड़ो केनेचर की वजह से भी हो सकता है। इसके ट्रीटमेंट में बार-बार दूध पिलाना, ब्रेस्ट की मालिश, गर्म सिकाई करना और ढीले कपड़े पहनना शामिल हैं।
लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रहने पर कुछ न्यू मदर्स को निप्पल में ठंडक, दर्द का अनुभव हो सकता है। इसे उन कमरों को गर्म करके रोका जा सकता है जहां बच्चा ब्रेस्टफीडिंग करेगा, गर्म कपड़े पहनेगा और नर्सिंग से पहले वार्मिंग पैक का यूज करेगा।